Bhagavad Gita Quotes On Friendship
गीता में सच्ची दोस्ती का असली मतलब
- True Friend वो होता है जो बिना स्वार्थ के साथ दे (जैसे Krishna and Arjuna Friendship)
- Real Friendship में करुणा और समान भाव जरूरी
- Spiritual Bonding होती है असली दोस्ती की पहचान
Top 3 Bhagavad Gita Friendship Slokas in Hindi
Bhagavad Gita Quotes On Friendship in Hindi (Images)




















Bhagavad Gita Quotes on Friendship in Hindi
“अद्वेष्टा सर्वभूतानां मैत्रः करुण एव च ।
निर्ममो निरहङ्कारः समदुःखसुखः क्षमी ॥”
👉 अनुवाद: जो सब जीवों से द्वेष रहित है, सबका मित्र और दयालु है, अहंकाररहित है और सुख-दुःख में समान रहता है, वही श्रेष्ठ भक्त है।
👉 Friendship Meaning: सच्चा मित्र वही है जो सभी से मैत्रीभाव रखता है।
“भोक्तारं यज्ञतपसां सर्वलोकमहेश्वरम् ।
सुहृदं सर्वभूतानां ज्ञात्वा मां शान्तिमृच्छति ॥”
👉 अनुवाद: मुझे सबका सच्चा मित्र और उपकारी जानने वाला ही शांति पाता है।
👉 Friendship Meaning: परमात्मा ही सबका परम मित्र है।
“उद्धरेदात्मनात्मानं नात्मानमवसादयेत् ।
आत्मैव ह्यात्मनो बन्धुरात्मैव रिपुरात्मनः ॥”
👉 अनुवाद: मनुष्य स्वयं अपना मित्र भी है और शत्रु भी।
👉 Friendship Meaning: मित्र वही है जो हमें ऊँचाई की ओर ले जाए, पतन की ओर नहीं।
“बन्धुरात्मात्मनस्तस्य येनात्मैवात्मना जितः ।
अनात्मनस्तु शत्रुत्वे वर्तेतात्मैव शत्रुवत् ॥”
👉 अनुवाद: जिसने मन को वश में कर लिया उसका मन उसका मित्र है, अन्यथा वही शत्रु है।
👉 Friendship Meaning: आत्मसंयम ही मित्रता का मूल है।
“सुहृन्मित्रार्युदासीनमध्यस्थद्वेष्यबन्धुषु ।
साधुष्वपि च पापेषु समबुद्धिर्विशिष्यते ॥”
👉 अनुवाद: मित्र, शत्रु, संबंधी, पापी या सज्जन – सभी में समान भाव रखने वाला श्रेष्ठ योगी है।
👉 Friendship Meaning: सच्चा मित्र किसी में भेदभाव नहीं करता।
“आत्मौपम्येन सर्वत्र समं पश्यति योऽर्जुन ।
सुखं वा यदि वा दुःखं स योगी परमो मतः ॥”
👉 अनुवाद: जो सबके सुख-दुःख को अपने समान देखता है, वही उत्तम योगी है।
👉 Friendship Meaning: मित्र वही है जो मित्र के सुख-दुःख को अपना समझे।
“स एवायं मया तेऽद्य योगः प्रोक्तः पुरातनः ।
भक्तोऽसि मे सखा चेति रहस्यं ह्येतदुत्तमम् ॥”
👉 अनुवाद: क्योंकि तुम मेरे भक्त और मेरे सखा (मित्र) हो, इसलिए मैंने तुम्हें यह उत्तम रहस्य बताया।
👉 Friendship Meaning: भगवान स्वयं अर्जुन को “सखा” कहकर मित्रता का महत्व बताते हैं।
“समोऽहं सर्वभूतेषु न मे द्वेष्योऽस्ति न प्रियः ।
ये भजन्ति तु मां भक्त्या मयि ते तेषु चाप्यहम् ॥”
👉 अनुवाद: मैं सबमें समान हूँ, न मेरा कोई शत्रु है न प्रिय।
👉 Friendship Meaning: सच्ची मित्रता निष्पक्ष और समानता से भरी होती है।
“मच्चित्ताः मद्गतप्राणाः बोधयन्तः परस्परम् ।
कथयन्तश्च मां नित्यं तुष्यन्ति च रमन्ति च ॥”
👉 अनुवाद: जिनके मन और प्राण मुझमें लगे हैं, वे आपस में मेरा गुणगान करके आनंदित रहते हैं।
👉 Friendship Meaning: मित्रता का श्रेष्ठ रूप है – साथ मिलकर सत्य और ईश्वर की चर्चा करना।
“कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन ।”
👉 अनुवाद: तुम्हारा अधिकार केवल कर्म करने में है, फल पर नहीं।
👉 Friendship Meaning: सच्ची मित्रता निस्वार्थ भाव से सहयोग करने में है, फल की आशा में नहीं।
“योगस्थः कुरु कर्माणि सङ्गं त्यक्त्वा धनञ्जय ।”
👉 अनुवाद: आसक्ति त्यागकर और योगस्थ होकर अपना कर्म करो।
👉 Friendship Meaning: मित्र वही है जो हमें संतुलित और स्थिर रहने का मार्ग दिखाए।
“तस्मादसक्तः सततं कार्यं कर्म समाचर ।”
👉 अनुवाद: बिना आसक्ति के अपना कर्तव्य करो।
👉 Friendship Meaning: मित्रता में स्वार्थ नहीं, केवल सहयोग और कर्तव्य का भाव होना चाहिए।
“नास्ति बुद्धिरयुक्तस्य न चायुक्तस्य भावना ।”
👉 अनुवाद: असंयमी व्यक्ति में बुद्धि और शांति नहीं होती।
👉 Friendship Meaning: मित्र वही है जो हमें संयम और शांति का मार्ग सिखाए।
“विद्याविनयसम्पन्ने ब्राह्मणे गवि हस्तिनि ।
शुनि चैव श्वपाके च पण्डिताः समदर्शिनः ॥”
👉 अनुवाद: ज्ञानी सभी प्राणियों में समानता देखते हैं।
👉 Friendship Meaning: सच्चा मित्र भेदभाव नहीं करता।
“अनन्याश्चिन्तयन्तो मां ये जनाः पर्युपासते ।”
👉 अनुवाद: जो अनन्य भाव से मेरा ध्यान करते हैं, उनकी रक्षा मैं स्वयं करता हूँ।
👉 Friendship Meaning: परमात्मा सबसे बड़ा मित्र है।
“अभयं सत्त्वसंशुद्धिर्ज्ञानयोगव्यवस्थितिः … दया भूतेष्वलोलुप्त्वं।”
👉 अनुवाद: निर्भयता, दया और करुणा – दैवी गुण हैं।
👉 Friendship Meaning: मित्रता दया और करुणा पर ही टिकती है।
“जितात्मनः प्रशान्तस्य परमात्मा समाहितः । शीतोष्णसुखदुःखेषु तथा मानापमानयोः ॥”
👉 अनुवाद: जिसने मन को जीत लिया है, वह सुख-दुःख और मान-अपमान में स्थिर रहता है।
👉 Friendship Meaning: सच्चा मित्र वही है जो हर परिस्थिति में अटल रहे।
“सन्तुष्टः सततं योगी यतात्मा दृढनिश्चयः । मय्यर्पितमनोबुद्धिर्यो मद्भक्तः स मे प्रियः ॥”
👉 अनुवाद: जो संतुष्ट, संयमी और दृढ़ निश्चयी है, वही मेरा प्रिय भक्त है।
👉 Friendship Meaning: मित्रता में संतोष और दृढ़ निश्चय होना ज़रूरी है।
क्यों ये Gita Quotes on Friendship हैं खास?
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